अब पता चला . . . . . . . .
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अब पता चला आसमान बरस नहीं रो रहा था !
वो जानता था-एक फरिश्ता हमेशा के लिए सो रहा था!!
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एक सच्चा देशभक्त,ईमानदार और दिखावे से दूर रहने वाले
महान व्यक्ति ने हमेशा के लिए हमें अलविदा कह दिया!
मशहूर वैज्ञानिक ,पूर्व राष्ट्रपति और भारत-रत्न डॉ एपीजे अब्दुल कलाम नहीं रहे!
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काश, हम उनसे कुछ सिख पाते तो आज हमारे देश की यह दशा नहीं होती!
हम यहाँ इंसानियत की नहीं बल्कि धर्म की झूठी लड़ाई लड़ रहे है
और हमें नहीं मालूम की इंसानियत से बड़ा कोई धर्म नहीं होता!
एक धार्मिक वयक्ति दूसरे का बुरा कर ही नहीं सकता और
धर्म हमें यदि बुराई करना हीं सिखाता है तो ऐसे में अधार्मिक होना हीं अच्छा है!
हम कुछ भी बने,पहले इंसान बने-डॉ कलाम की तरह!
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हमारे देश के महान सपूत डॉ ऐपीजे अब्दुल कलाम साहब को हमारी श्रद्धांजलि . . . . . . .
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Copied frm Manas Kumar Nayak.
Tuesday, July 28, 2015
A thought in hindi regarding the sad demise of Sir Kalam
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